फिजिक्स का वो नियम जो गलत है
फिजिक्स का वो नियम जो गलत है
गलत है कह दिया इसका ये मतलब नहीं कि मैं ही महाज्ञानी हूँ जो यह बात जानता हूं बल्कि इसे वैज्ञानिक भी जानते हैं बस उन्होंने इसे सही करना जरूरी नहीं समझा। क्यों नहीं जरूरी समझा मैं बताता हूँ,,,,
गलत क्या है?
हम 10th में पहली बार Current और Charge के बारे में डिटेल में पढ़ते हैं। जहां हम पढ़ते हैं कि ये जो Current है Charge के Flow के वजह से है और वो चार्ज है Electorn का यानी Negative Charge । लेकिन जब हम Current Flow की सर्किट बनाते हैं तो उसमें current का Direction Positive to Negative होता है न कि Negative to Positive जो कि Electron Flow का Direction है। यही है गड़बड़ी।
10th में तो इसका कोई सुधार भी नहीं हैं गड़बड़ी ज्यों का त्यों है। लेकिन 12th में एक सुधार है Conventional Current के नाम से।
इन सब माथापच्ची की वजह ये है-
शुरुआत में ये मान लिया गया था कि Current जो है वो Positive Charge के Flow की वजह से है। लेकिन बाद के खोजो ने ये साबित किया कि Current , Positive नहीं बल्कि Negative Charge ( जो कि Free Electrons है) के Flow के वजह से होता है ( खासकर सभी Metallic Conductors में) ।
इसीलिये हम पढ़ते हैं Negative Charge के वजह से लेकिन Circuit में Flow हमेशा Positive Charge के तरफ से दिखाते हैं। जो कि मात्र एक Convention ( स्वीकार्य ) हैं। ऐसा इसलिए है कि किसी Conductor में Negative Charge (electron) और Positive Charge (Proton) दोनों की Numeric Value ( 1.6×10−19) तो बराबर ही होती है , तो किसी भी Formula में कोई बदलाव की जरूरत नहीं होती और न ही Current के अध्ययन में किसी Vector Quantity की जरूरत होती है। यही वजह है कि वैज्ञानिको ने जो पहले वाली Current Direction ( + to -) को ही उपयोग में लेना जारी रखा बस उसका नाम बदलकर Conventional Current कर दिया । स्कूल में पढ़ते वक्त दिशा को लेकर माथापच्ची रहती है और ऐसा लेता है कि दोनों Current अलग अलग है लेकिन ऐसा नहीं है।
@Kashish Bagi
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